आदि गणेश कबीर
श्री गणेश जी की भक्ति से हमारा मोक्ष नहीं हो सकता। मोक्ष प्राप्ति के लिए आदि गणेश अर्थात कबीर परमात्मा की भक्ति जरूरी है। आदि गणेश यानि परमात्मा कबीर साहेब जी ने ही इस सृष्टि की रचना की। श्रीगणेश जी तो केवल रिद्धि सिद्धि के दाता हैं। लेकिन पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी सर्व सिद्धि युक्त हैं।
असली विघ्नहर्ता हैं आदि गणेश
बांझन को पुत्र और कोढ़िन को काया देने वाला आदि गणेश ही हैं। कबीर परमात्मा ही आदि गणेश हैं जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सभी का पालन पोषण करते हैं। वास्तव में संकट मोचन आदि गणेश हैं। हमको उनकी ही पूजा करनी चाहिये। गणेश जी का भी जन्म और पुर्नजन्म होता है। वह अविनाशी नहीं हैं। सच्चा सतगुरु ही गणेश जी और आदि गणेश जी के बीच का भेद बता सकता है।
तत्वदर्शी संत के द्वारा दिए गए मंत्र सुखदायक, विघ्नहर्ता और मोक्षदायक हैं। आदि गणेश अपने साधक के पाप कर्मों को भी काट देता है, उसे काल के बंधन से छुड़ावा देता है। परमेश्वर कबीर साहेब जी ही असंख्य ब्रह्मांड़ों के मालिक हैं। वही अविनाशी हैं।
देखिये रोज साधना टीवी चैनलपर श्याम 7:30 से 8:30 बजे तक।
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